Exclusive ! अमीश त्रिपाठी ! रामायण के अनसुने रहस्यों को एक्सप्लोर करेगी सीरीज ”लीजेंड्स ऑफ द रामायण
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लॉक डाउन में जब पूरी दुनिया घर के अंदर बंद थी, उस दौरान, जब मनोरंजन जगत भी नए शोज का निर्माण नहीं कर पा रहे थे, तो टीवी पर फिर से महाभारत और रामायण जैसे शोज का प्रसारण शुरू किया गया और इन शोज को जिस तरह से लोकप्रियता मिली, उससे एक बात तो स्पष्ट होती है मुझे कि यह शोज आज भी प्रासंगिक है, वैसे मुझे मेरे भारतीय संस्कृति की यही तो सबसे बड़ी खासियत लगती है कि यहाँ माइथोलॉजी की दुनिया में भी खजाना छुपा हुआ है, एक से बढ़ कर एक कहानियां और किस्से हैं, जो अब तक लोगों के सामने नहीं आये हैं, मुझे तो इन कहानियों को जानने में बड़ा ही मजा आता है, यकीनन आपको भी आता ही होगा, ऐसे में रामायण के कुछ ऐसे ही अनछुए पहलुओं और किस्से कहानियों के साथ बहुचर्चित लेखक अमीश त्रिपाठी, जिन्होंने ‘द इम्मोर्टल्स ऑफ़ मेलुहा‘, ‘द सीक्रेट ऑफ नागाज और ऐसी कई किताबें लिखी हैं, अब वह एक नया शो द लीजेंड्स ऑफ़ द रामायण विद अमीश लेकर आ रहे हैं। अमीश ने मुझसे हुई एक बातचीत में विस्तार से बताया है कि आज भी आखिर क्या वजह है कि रामायण प्रासंगिक है और इस शो से क्या नया जानने का मौका मिलेगा, मैं यहाँ इस बातचीत के मुख्य अंश पेश कर रही हूँ।
हर जेनरेशन को अट्रैक्ट करती है रामायण
अमीश कहते हैं कि भारतीय संस्कृति की यही खूबी है कि आप इसकी जितनी गहराई में जाएंगे, आपको और नयी चीजें जानने को मिलेंगी।
वह आगे कहते हैं
उर्दू में एक खूबसूरत शेर है कि यूनान-ओ-मिस्र-ओ-रोमा सब मिट गए जहाँ से,अब तक मगर है बाकी नामों निशाँ हमारा, कुछ तो बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौर ऐ जमां हमारा, रे जहाँ से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा। हमारी संस्कृति में कुछ तो बल है, कांस्य दौर से ही देखें, तो हमारे साथ जो भी संस्कृति शुरू हुई थी, मिस्र और बाकी सारी सभ्यता, वह सभी ध्वस्त हो गयीं। हम आज भी ज़िंदा हैं, इसके कई कारण हो सकते हैं, मेरे ख्याल से एक वजह यह खास है कि हमारी कहानियां जो हमें धरोहर से जोड़ती हैं, उन्हें हम भूले नहीं हैं और रामायण और महाभारत ने वहीं काम किया है, उसने संस्कृति से जोड़े रखा है, आप देखेंगी कि हर युग में, भले ही कहानी को नए तरीके से पेश किया जाये, इस कहानी में इतनी शक्ति है कि इसकी कहानी सुनने के लिए हर धर्म के लोग आतुर रहते हैं, यही वजह है कि यह शोज जब रिटेलीकास्ट हुई, तो काफी हिट हुई। इसलिए यह काफी प्रासंगिक है।
एंकर के रूप में एक नयी विधा सीखने की कोशिश
अमीश एक बेहतरीन लेखक तो हैं ही, पहली बार वह किसी शो में एंकर की भूमिका में होंगे, इस बारे में अमीश कहते हैं कि मुझे जिंदगी में खुद को एक्सप्लोर करना पसंद है।
वह कहते हैं
मैं पहले बैंकर रहा, फिर मैंने और भी चीजें की हैं और फिर राइटर भी बना, यह मेरे पसंद का विषय रहा है और इसलिए मुझे लगा कई एंकर के रूप में भी कहानी को लोगों तक अच्छे से पहुंचा पाउँगा, और उनसे जुड़ पाऊंगा।
साथ ही यह जो कहानी है, यह सिर्फ राम की कहानी नहीं, बल्कि रामायण के ऐसे हिस्सों की कहानी बता रही है, जो आप तक नहीं पहुंचे हैं, मुझे दिलचस्प लगा सबकुछ और बस इससे जुड़ गया।
वह आगे और विस्तार से कहते हैं
रामायण का सही अनुवाद है राम का आयण, यानी राम की जो जर्नी रही है, अयोध्या से लंका तक, उस रास्ते पर हम चल रहे हैं, कई हजारों सालों से चल रहे हैं, ऐसे में कई जो रहस्य रामायण के छुपे हैं, उनको पेश कर रहे हैं,जैसे रामायण में अगर लिखा हुआ है कि गुप्त गोदावरी है, जमीन के अंदर एक नदी, चित्रकुट में। गुफाओं में बहती है, हमने इसे खोजा है और उसे शूट किया है। रामेश्वरम में राम सेतु के बारे में वहां के जियोलॉजिस्ट ने हमें वहां के पत्थरों के बारे में जो बताया है, उसको हमने अपने शो में दिखाया है, इन पत्थरों के बारे में भी बताया गया है कि कैसे उसका इस्तेमाल करके चर्च भी बनाये गए हैं। लॉर्ड राम की बहन शांता के बारे में हमने इस शो में बताने की कोशिश की है, तो ऐसी कई अनएक्सप्लोर्ड चीजों को हमने शो में दिखाने की कोशिश की है। हमने इस शो के लिए प्रयागराज, चित्रकुट, नासिक, हम्पी, रामेश्वरम से लेकर श्री लंका और अयोध्या तक ट्रेवल किया है।
द इमोर्टल्स ऑफ़ मेलुहा पर वेब सीरीज होगी स्पेशल
अभी कुछ दिनों पहले ही इस बात की घोषणा हुई है कि अमीश की बहुचर्चित किताब द इमोर्टल्स ऑफ़ मेलुहा पर सीरीज बनने वाली है।
इस बारे में अमीश कहते हैं कि यह एक ऐसी सीरीज होगी, जो काफी अलग ही दुनिया लेकर आएगी। यह सिर्फ माइथोलोजी नहीं होगी, बल्कि मॉडर्न स्टोरी टेलिंग के साथ दर्शकों के सामने आएगी, सीरीज अपने आप में अनोखे अंदाज की सीरीज होगी, अमीश कहते हैं कि शेखर कपूर और सुपर्ण वर्मा की टीम के साथ, जिस तरह से सीरीज की मेकिंग पर काम हो रहा है, वह इससे पूरी तरह से संतुष्ट हैं। इस सीरीज में दर्शकों को शिव से जुड़े एक अलग ही स्वरूप को देखने का मौका मिलेगा।
मैं अमीश की लेखनी से वाकिफ हूँ, मुझे उनकी लेखनी की सबसे खास बात यही लगती है कि वह अपनी बातों के साथ लॉजिक भी दर्शाते हैं और उसे युवाओं के साथ काफी कनेक्ट करते हैं, यही वजह है कि युवा उनकी लेखनी से जुड़ाव महसूस भी करते हैं, ऐसे में बतौर एंकर ‘लीजेंड्स ऑफ द रामायण विद अमीश’ सीरीज को , लोगों के जेहन तक पहुंचाने में वह सफल रहेंगे, ऐसी मेरी उम्मीद है, मैं 7 अप्रैल का इंतजार कर रही हूँ, जब इस डॉक्यू सीरीज की शुरुआत डिस्कवरी के ओटीटी चैनल डिस्कवरी प्लस पर
होगी और मैं इसे देखूंगी और कई नई चीजें एक्सप्लोर करूंगी।
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